इंडोनेशिया में माउंट आगुंग ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण निकले राख के चलते रिसॉर्ट द्वीप बाली स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा को शुक्रवार को बंद कर दिया गया।
पिछले साल के अंत से खामोश माउंट अागुंग ज्वालामुखी फिर से सक्रिय हो गया है।
आपदा राहत एजेंसी ने एक वक्तव्य में कहा कि हवाईअड्डा शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार शाम सात बजे तक बंद रहेगा। इसके कारण 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें और 10 घरेलू उड़ानों सहित कुल 48 उड़ानें रद्द कर दी गयी हैं जिससे 8,334 यात्री प्रभावित होंगे। एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वाे नुग्रोहो ने कहा कि ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण हवा में 2,500 मीटर (8,200 फीट) राख का गुब्बारा (कॉलम) उठा और माउंट अागुंग के मुहाने पर लाल लौ दिखाई दे रही थी।
बाली के उत्तर पूर्व में स्थित माउंट अागुंग में पिछले साल के अंत से विभिन्न तीव्रताओं के साथ विस्फोट हुआ है और दिसंबर में भी हवाईअड्डे को एक अवधि के लिए बंद कर दिया गया था और ज्वालामुखी के करीब रहने वाले हजारों लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था।
अधिकारी स्थिति पर निगरानी बनाये हुए हैं लेकिन ज्वालामुखी को लेकर अबतक कोई चेतावनी स्तर नहीं जारी किया गया है।
एयरलाइंस ज्वालामुखी से निकले राख के कारण विमानों को उड़ाने से बचती हैं क्योंकि यह विमान इंजन, ईंधन और कूलिंग प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकती है और दृश्यता में भी बाधा डाल सकती है। नुग्रोहो ने कहा कि एयर एशिया, जेट स्टार, क्वांटास और वर्जिन एयरलाइंस उन विमान कंपनियों में शामिल हैं जिन्होंने अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं।
पिछले साल के अंत से खामोश माउंट अागुंग ज्वालामुखी फिर से सक्रिय हो गया है।
आपदा राहत एजेंसी ने एक वक्तव्य में कहा कि हवाईअड्डा शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार शाम सात बजे तक बंद रहेगा। इसके कारण 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें और 10 घरेलू उड़ानों सहित कुल 48 उड़ानें रद्द कर दी गयी हैं जिससे 8,334 यात्री प्रभावित होंगे। एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वाे नुग्रोहो ने कहा कि ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण हवा में 2,500 मीटर (8,200 फीट) राख का गुब्बारा (कॉलम) उठा और माउंट अागुंग के मुहाने पर लाल लौ दिखाई दे रही थी।
बाली के उत्तर पूर्व में स्थित माउंट अागुंग में पिछले साल के अंत से विभिन्न तीव्रताओं के साथ विस्फोट हुआ है और दिसंबर में भी हवाईअड्डे को एक अवधि के लिए बंद कर दिया गया था और ज्वालामुखी के करीब रहने वाले हजारों लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था।
अधिकारी स्थिति पर निगरानी बनाये हुए हैं लेकिन ज्वालामुखी को लेकर अबतक कोई चेतावनी स्तर नहीं जारी किया गया है।
एयरलाइंस ज्वालामुखी से निकले राख के कारण विमानों को उड़ाने से बचती हैं क्योंकि यह विमान इंजन, ईंधन और कूलिंग प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकती है और दृश्यता में भी बाधा डाल सकती है। नुग्रोहो ने कहा कि एयर एशिया, जेट स्टार, क्वांटास और वर्जिन एयरलाइंस उन विमान कंपनियों में शामिल हैं जिन्होंने अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं।